एनसीपी (शरद पवार) द्वारा भिवंडी से उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद, कांग्रेस नेता ने दोस्ताना मुकाबले की धमकी दी
ठाणे ग्रामीण जिला अध्यक्ष दयानंद चोरघे ने कहा कि अगर पार्टी आदेश देगी तो हम इस सीट पर दोस्ताना चुनाव लड़ेंगे और अगर ऐसा नहीं होता है और कार्यकर्ता मुझे चुनाव लड़ने के लिए कहते हैं तो मैं निर्दलीय
शरद पवार की एनसीपी ने आखिरकार अपनी दूसरी सूची जारी करते हुए आज भिवंडी लोकसभा सीट से सुरेश म्हात्रे उर्फ बाल्या मामा को उम्मीदवार बनाया है।
कांग्रेस अब तक इस सीट से चुनाव लड़ती आ रही थी लेकिन इस बार म्हात्रे के पार्टी में आने के बाद एनसीपी इस सीट से अपने उम्मीदवार को मजबूत बताते हुए कांग्रेस से यह सीट अपनी पार्टी के लिए मांग रही थी।
जबकि कांग्रेस यह कहकर सीट मांग रही थी कि यह उनकी परंपरागत सीट है।
वही बाल्या मामा का नाम जाहिर होने के बाद अब नाराज स्थानीय कांग्रेस नेता इस सीट से दोस्ताना मुकाबले की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस मांग कर रही है कि पार्टी उन्हें दोस्ताना तरीके से इस सीट से चुनाव लड़ने दे।
कांग्रेस से टिकट पाने की कोशिश कर रहे ठाणे ग्रामीण जिला अध्यक्ष दयानंद चोरघे ने कहा कि अगर पार्टी आदेश देगी तो हम इस सीट पर दोस्ताना चुनाव लड़ेंगे और अगर ऐसा नहीं होता है और कार्यकर्ता मुझे चुनाव लड़ने के लिए कहते हैं तो मैं निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए भी तैयार हूं।
अब तक 7 बार पार्टी बदल चुके म्हात्रे भिवंडी में अपने धर्मवीर एनजीओ के जरिए सामाजिक कार्यों के लिए जाने जाते हैं।
इससे पहले म्हात्रे ने 2014 में एमएनएस के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा था, जिसमें वे भाजपा के कपिल पाटिल से हार गए थे।
2019 में महात्रे शिवसेना में थे, तब वे कपिल पाटिल के खिलाफ शिवसेना से लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन उन्हें टिकट नहीं दिया गया।
वही आज म्हात्रे को उम्मीदवार बनाए जाने के बाद उनके समर्थकों ने कल्याण के शिवाजी चौक पर जश्न मनाया.