कल्याण में लोकसभा चुनाव के पहले महाविकास आघाड़ी में दरार के आसार दिख रहे है. एक तरफ जहा कल्याण लोकसभा में जहा उद्धव ठाकरे की शिव सेना के प्रत्याशी वैशाली दरेकर का सामना मजबूत उम्मीदवार मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के पुत्र श्रीकांत शिंदे के सामने है वही दूसरी तरफ कांग्रेस के नेताओं का आरोप है कि दरेकर अपने सहयोगी कांग्रेस पार्टी के नेताओं को चुनाव प्रचार में कॉन्फिडेंस में लेकर काम नही कर रही है.
कांग्रेस के स्थानीय नेता शकील खान की माने तो एक तरफ दो बार से सांसद और मुख्यमंत्री के बेटे श्रीकांत शिंदे कल्याण में चुनाव प्रचार के दौरान विरोधी पार्टी के कार्यकर्ताओं से मिल रहे है वही हमारे महाविकास आघाड़ी की उम्मीदवार वैशाली दरेकर जब कांग्रेस के वार्ड में जाति है तो वह वहा के स्थानीय नेताओं को जानकारी तक नहीं देती ऐसे में उनके लिए कैसे कांग्रेसी नेता काम करेंगे.
कांग्रेस के कल्याण उपाध्यक्ष विनोद तिवारी ने कहा कि मंगलवार हनुमान जयंती के दिन दरेकर हमारे जिला अध्यक्ष सचिन पोटे की पत्नी के वार्ड में प्रचार के लिए आई लेकिन उन्हें उन्होंने कोई जानकारी नहीं दी इससे हमे सोचना होगा की दरेकर का प्रचार किया जाए या नहीं.
आमतौर पर जब कोई भी प्रत्याशी किसी इलाके में चुनाव प्रचार के लिए जाते है तो उस समय स्थानीय नगरसेवक या फिर सहयोगी पार्टी के मुख्य पदाधिकारियों को साथ में लेकर जाते है लेकिन दरेकर पर आरोप है कि वह सहयोगी पार्टी खासतौर पर कांग्रेस के नेताओं को विश्वाश में लेकर काम नही कर रही है.
ऐसे में दरेकर पर आरोप लग रहा है की वह चुनाव प्रचार में महाविकास आघाड़ी के साथ समन्वय बनाकर चुनाव लड़ने में कही ना कही कम पड़ गई है. वही इस बारे में पूछे जाने पोटे ने कुछ भी कहने से मना कर दिया लेकिन पोटे के समर्थकों ने खुलकर दरेकर के खिलाफ बोलना शुरू कर दिया है.
जीससे चुनाव के पहले कल्याण लोकसभा में महाविकास आघाड़ी में बिगाड़ी देखा जा रहा है.