भिवंडी में छह वर्षीय बालक सुधीर पवार की गला घोंटकर हत्या के पांच दिन बाद स्थानीय नारपोली पुलिस ने शुक्रवार को छत्रपति संभाजी नगर से 22 वर्षीय एक युवक को उसकी हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार किया।
पुलिस ने शुरू में मामले में आकस्मिक मौत की रिपोर्ट दर्ज की थी, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि बालक की गला घोंटकर हत्या की गई थी।
गिरफ्तार आरोपी की पहचान अमोल चव्हाण के रूप में हुई है।
पुलिस ने बताया कि घटना 21 जुलाई को भिवंडी के दिवे गांव इलाके में हुई, जहां चव्हाण ने एक इमारत की छत पर एक महिला के साथ अश्लील हरकत की और नाबालिग बालक के सामने उसकी पिटाई की।
पुलिस ने बताया कि आरोपी की हरकत देखकर बालक ने महिला की मां को इस बारे में बताने की धमकी दी थी, क्योंकि जिस महिला की पिटाई कर रहा था, वह उसके पारिवारिक संबंध में थी।
नारपोली थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक भरत कामथ ने बताया, “जब मृतक ने आरोपी से कहा कि वह महिला के साथ मारपीट करने के बारे में बता देगा, तो आरोपी पवार गुस्सा हो गया और उसने उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी और मौके से फरार हो गया।”
पुलिस ने बताया कि जब माता-पिता ने शव देखा तो उन्होंने किसी पर संदेह नहीं जताया, जिसके चलते उन्होंने आकस्मिक मौत की रिपोर्ट दर्ज की, लेकिन कलवा अस्पताल में प्रक्रिया के अनुसार उसकी मौत के पीछे वास्तविक कारण जानने के लिए उसका पोस्टमार्टम किया।
इस बीच पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि शव का गला घोंटा गया था, इसलिए पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया और मामले की जांच शुरू कर दी।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जांच के दौरान उन्हें पता चला कि उसी इमारत में रहने वाला पवार घटना के बाद से लापता है, जिससे उन्हें उस पर संदेह हुआ और जब पुलिस ने आखिरकार उसे छत्रपति संभाजी नगर जिले से खोज निकाला और उससे पूछताछ की तो आरोपी ने नाबालिग लड़के की हत्या करने की बात कबूल कर ली।