जैसे जैसे महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहा है वैसे वैसे शिव सेना और भाजपा के मतभेद भी स्थानीय स्तर पर सामने आ रहे है.
इसी के बीच आज शिव सेना के नेताओं द्वारा कल्याण में भाजपा के नेताओं पर महायुति के धर्म का पालन ना करने का आरोप करते हुए स्थानीय नेता अरविंद मोरे द्वारा भाजपा के पूर्व विधायक नरेंद्र पवार और भाजपा के शहर अध्यक्ष वरुण पाटिल पर कल्याण पश्चिम विधानसभा से शिव सेना विधायक विश्वनाथ भोईर के खिलाफ अपक्ष उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लडने की तैयारी करने का आरोप लगाया था. मोरे ने यह भी कहा की अगर भाजपा के वरिष्ठ उनके स्थानीय नेताओं पर लगाम नहीं लगाते है तो शिव सेना भी कई जगह पर भाजपा के विधायक के खिलाफ उम्मीदवार खड़ा करेगी.
मोरे के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए अब पूर्व भाजपा विधायक नरेंद्र पवार ने मोरे को जोरदार जवाब देते हुए कहा कि जो लोग मुझपर सवाल उठा रहे है उन्होंने लोकसभा चुनाव में भिवंडी लोकसभा सीट से बीजेपी को हराने का काम किया है ऐसे लोगों से भाजपा पर आरोप लगाना शोभा नही देता.
पवार ने कहा 2014 के चुनाव में जनता ने मुझे कल्याण पश्चिम विधानसभा का नेतृत्व दिया और विधायक बनाया. उस 5 साल की अवधि में मैंने बहुत सारे विकास कार्य किये। उसके बाद 2019 के चुनाव में जनता और कार्यकर्ताओं के आग्रह के कारण मुझे निर्दलीय चुनाव का सामना करना पड़ा. उस समय मुझे दूसरे नंबर पर 44 हजार वोट मिले थे. पवार ने कहा भलेही मैं हार गया लेकिन हार के तुरंत बाद तुरंत काम शुरू कर दिया और आज भी कर रहा हु.
इस दौरान में केंद्र और राज्य सरकार के सभी योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंचा रहा हु.
पवार ने आगे कहा भिवंडी लोकसभा क्षेत्र के चुनाव में मोरे ने कोई सहयोग नहीं किया. उनके असहयोग के कारण बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा. इसलिए पूर्व विधायक नरेंद्र पवार ने तीखा जवाब देते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पीठ में छुरा घोंपने वालों के मुंह से हम पर महायुति के धर्म के पालन ना करने की यह भाषा मोरे को शोभा नहीं देती.