मुंबई में घर ना ख़रीद पाने वाले क्यों कल्याण-डोम्बिवली में ख़रीद रहे है घर?
आज कल्याण शहर में कई ऐसे बड़े टाउनशिप के प्रोजैक्ट्स शुरू है वैसी सुविधा आपको एक टाउनशिप में शायद ही देश में कहीं मिले. यही सब विशेषताएँ कल्याण को आज मुंबई के बाद सबसे प्रिय शहर बनाता है
मुंबई जो की दुनिया का सबसे महँगा शहर है वहाँ आज प्रॉपर्टी के दाम आम आदमी के पहुँच के बाहर हो चुके है. ऐसे में मुंबई में जो लोग घर नहीं ख़रीद पा रहे है लेकिन उनका सपना है की उनका एक घर मुंबई के कमसेकम आस पास हो ऐसे लोगों के लिए आज मुंबई के पास स्थित कल्याण शहर तेज़ी से उभरा है. आज कल्याण शहर में कई ऐसे बड़े टाउनशिप के प्रोजैक्ट्स शुरू है वैसी सुविधा आपको एक टाउनशिप में शायद ही देश में कहीं मिले. यही सब विशेषताएँ कल्याण को आज मुंबई के बाद सबसे प्रिय शहर बनाता है. इस बात का अंदाज़ा आप इससे लगा सकते है क्योंकि आज मुंबई के बाद अगर सबसे ज़्यादा आज किसी शहर के प्रॉपर्टी के प्रोजैक्ट्स के एडवरटाइज़मेंट मुंबई के अख़बारों में अगर फ्रंट पेज पर छपते है तो वह कल्याण शहर के छपते है. कल्याण में आज हर कोई बड़ा डेवलपर अपना प्रोजेक्ट्स शुरू कर रहा है या फिर कर चुका है. तीव्र बुनियादी ढांचे के विकास के कारण, कल्याण प्रॉपर्टी में निवेश करने के लिए सबसे पसंदीदा स्थानों में से एक बन गया है। आज हम आपको बतायेंगे आख़िर कल्याण क्यों घर की तलाश वालों के लिए सबसे प्रिय शहर में शामिल हो गया है (7 reasons which make this Kalyan-Dombivli city investment worthy)
7 कारण जो कल्याण को बनाता है ख़ास
आज कल्याण की दूरी लोकल ट्रेन से मुंबई के मूलुंड से २० मिनट और CST स्टेशन 1 घंटे ट्में पूरी की जा सकती है. इसके अलावा कल्याण में कल्याण जंक्शन का होना जहाँ से गाड़ियाँ south और north को जाती है यही नहीं कल्याण में मेट्रो का काम जल्द शुरू होने वाला है जो इसे भिवंडी थाने के ज़रिए मुंबई से जोड़ेगा वही कल्याण से तलोजा मेट्रो पर काम शुरू है. यही नहीं कल्याण डोंबिवली महानगरपालिका को स्मार्ट सिटी के तहत मान्यता है जिसके चलते कई प्रोजैक्ट्स पर यहाँ काम शुरू है जैसे कि कल्याण स्टेशन पर SATIS का काम, रिंग रोड जिससे कल्याण- डोंबिवली और टीटीवाला की दूरी 15 मिनट में पूरी की जा सकेगी बल्कि यहाँ सेंट्रल पार्क, उल्हास रिवर फ्रंट डेवलपमेंट जैसे कई प्रोजैक्ट्स पर काम चालू है जिससे यह शहर भविष्य में और बेहतर कनेक्टिविटी वाला हो जाएगा. आइये जानते है इन 7 करणो के बारे में जो इस कल्याण-डोम्बिवली शहर को बनाते है इन्वेस्टमेंट योग्य.
1. मेट्रो लाइन 5
मेट्रो लाइन 5 Metro Line 5 यह एक एक 24किलोमीटर लंबी एलिवेटेड लाइन है जो ठाणे-भिवंडी- कल्याण को जोड़ती है जिसमें 17 स्टेशन बनेंगे. फ़िलहाल थाने और भिवंडी के बीच काम जोड़ो में शुरू है और आने वाले दिनों में कल्याण में भी काम शुरू हो जाएगा. जबसे इस रूट पर काम शुरू हुआ है तबसे लोग से कल्याण की तरफ़ प्रॉपर्टी ख़रीद रहे है. अध्ययनों और विशेषज्ञों के अनुसार, 2031 तक 46 लाख से अधिक लोग कल्याण में जा सकते हैं।
2. कल्याण रिंग रोड नंबर 2
MMRDA ने कल्याण में 26 किलोमीटर की रिंग रोड की योजना बनाई है , जो डोंबिवली से शुरू होगा और टीटीवाला तक बन रहा है. रिंग रोड का एक बड़ा हिस्सा बनकर तैयार है बाक़ी बचे हुए portion पर काम चल रहा है. इस परियोजना से शहर की भीड़ कम होगी साथ ही दूरी भी कम होगी. परियोजना महत्वाकांक्षी है क्योंकि यह यातायात की भीड़ और यात्रा दूरी को कम करेगी। रिंग रोड बन जाने के बाद कल्याण से टिटवाला तक का सफर 15 मिनट में हो सकेगा । नियोजित कल्याण -डोंबिवली रिंग रोड, ऐरोली-कटाई नाका एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट नामक 12.3 किलोमीटर की सड़क के करीब 10 किलोमीटर होने का अनुमान है। साथ ही, आगामी शिफटा फ्लाईओवर और मुंब्रा-पनवेल रोड अंडरपास यातायात प्रवाह को और सहायता प्रदान करेगा।
3. कल्याण स्मार्ट सिटी की लिस्ट में भी
केंद्र सरकार ने कल्याण को स्मार्ट सिटी के लिस्ट में भी शामिल किया है जिसके कारण शहर में कई ऐसे प्रोजैक्ट्स पर काम चल रहा है जिससे यह शहर सुविधा के मामले में अन्य बड़े शहरों से बेहतर बनने की उम्मीद है स्मार्ट सिटी के तहत शहर में बिजली, पानी, स्वच्छता और स्वास्थ्य देखभाल जैसी एकीकृत प्रणालियां और सार्वजनिक सुविधा पर काम शुरू है. स्मार्ट सिटी के तहत कुल २० प्रोजेट्स शहर में शुरू है जिसमें से पूरे शहर में सीसीटीवी लगाना, ट्रैफिक सिग्नल व्यवस्था, कंट्रोल कमांड रूम जैसे प्रोजैक्ट्स पूरे हो चुके है.
4. कल्याण स्टेशन का पुनर्विकास
कल्याण जंक्शन मध्य रेलवे लाइन पर एक महत्वपूर्ण जंक्शन है जो एक बाहरी रेल टर्मिनल के रूप में कार्य करता है। कल्याण स्टेशन पुनर्विकास योजना में लंबी दूरी की ट्रेनों के लिए छह प्लेटफॉर्म शामिल होंगे। वर्तमान आठ प्लेटफार्मों का उपयोग केवल स्थानीय सेवाओं के लिए किया जाएगा, जिससे ट्रेन की गति तेज हो सकेगी। इसके अलावा कल्याण स्टेशन के बाहर SATIS का काम तेज़ी से शुरू है जिसके पूर्ण होने पर स्टेशन के बाहर ट्रैफ़िक पर काफ़ी हद तक कंट्रोल किया जा सकेगा.
5. University सब सेंटर, साथ ही नियोजित बिट्स से कल्याण बनेगा शिक्षा का केंद्र
अब कल्याण में रहनेवाले बच्चों को मुंबई यूनिवर्सिटी के चक्कर नहीं खाने होंगे कल्याण में ही यूनिवर्सिटी का सब सेंटर खुल चुका है. यही नहीं कल्याण में बिरला कॉलेज जैसे संस्थान है और अब सबसे बड़ी बात यहाँ बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस पिलानी (बिट्स) कल्याण में एक प्रबंधन स्कूल स्थापित करेगा । बड़े संस्थानों के फैकल्टी, यानी व्हार्टन स्कूल ऑफ बिजनेस और केलॉग स्कूल, संस्थान का हिस्सा होंगे।कल्याण के ये संस्थान छात्रों के लिए प्रतिस्पर्धी शैक्षणिक माहौल प्रदान करेंगे। यह क्षेत्र की आवासीय मांग को भी बढ़ाएगा।
6. आस पास के छोटे शहरों से अच्छी कनेक्टिविटी का कल्याण को फ़ायदा
कल्याण शहर ठाणे, नवी मुंबई, उल्हासनगर, अंबरनाथ, बदलापुर जैसे शहरों से अच्छी तरह कैंक्टेड है यह भी एक बड़ा कारण है इन जगहों पर काम करनेवाले लोग कल्याण में रहना पसंद करते है. यही कारण है की कल्याण में संपत्ति ख़रीदने वालों की माँग बड़ी है.
7. मुंबई से बहुत सस्ता है कल्याण में प्रॉपर्टी के रेट
कल्याण आज भी मुंबई से काफ़ी सस्ता है मुंबई में घर की क़ीमत कम से कम 1 करोड़ से शुरू होती है जबकि कल्याण में आज भी 3० से 40 लाख से प्रॉपर्टी के रेट की शुरूवात होती है. आज कल्याण में कई ऐसे बड़े टाउनशिप प्रोजैक्ट्स चालू है जिसमें कई ऐसे ढेर सारी अत्याधुनिक सुविधाये आपको मिलेंगी जिसके स्विमिंग पूल, क्लब हाउस, सिटी पार्क, मॉल, फ़ूड कोर्ट, हॉस्पिटल, स्टेट, सीबीएसई और इंटरनेशनल स्कूल जैसी सुविधाये एक टाउनशिप में मिलेगी जो आपको मुंबई में भी नहीं मिल पायेंगी. आज कल्याण में लोढ़ा द्वारा सबसे बड़ा टाउनशिप प्रोजेक्ट 4500 एकर में बन रहा है जो देश में सबसे बड़ा प्राइवेट टाउनशिप प्रोजेक्ट है। यह क्षेत्र अब आबादी के हिसाब से महाराष्ट्र का सातवां सबसे बड़ा महानगरीय क्षेत्र है, जो कल्याण की बढ़ती मांग को दर्शाता है । डोंबिवली और कल्याण अपार्टमेंट की कीमत मामूली है।
कल्याण में कुछ बड़े डेवलपर्स और उनके प्रोजैक्ट्स
कल्याण में कई बड़े डेवलपर्स है जो बड़े बड़े प्रोजैक्ट्स शहर में बना रहे है उनके लोढ़ा डेवलपर्स Lodha),रेजेंसी ग्रुप (Regency Group),मोहन ग्रुप (MohanGroup) थारवानी ग्रुप (Tharwani Group) टाटा (Tata), बिरला (Birla), रुस्तमजी डेवलपर्स (Rustomjee Developers) गोदरेज, पैराडाइस ग्रुप (Paradise Group), जैसे डेवलपर्स शामिल है.