कल्याण के बाद अब भिवंडी लोकसभा में भी शिव सेना (शिंदे) और भाजपा के बीच कलह देखने को मिल रहा है. भिवंडी लोकसभा में आनेवाले शाहपुर विधानसभा छेत्र में शिव सेना के नेताओं ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस कर इस लोकसभा चुनाव में भाजपा के तीसरी बार घोषित उम्मीदवार और केंद्रीय पंचायत राज्य मंत्री कपिल पाटिल को मदद ना करने का फैसला किया है.
शिव सेना के नेताओं ने कहा कि भिवंडी लोकसभा में शिव सेना की ताकत ज्यादा है इसलिए हमने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से इस सीट पर शिव सेना का कैंडिडेट दिया जाना चाहिए इस तरह की मांग की है.
शिव सेना के नेता मारुति धीरडे ने आरोप लगाया कि कपिल पाटिल ने इस लोकसभा में कोई काम नही किया.
धीरडे ने कहा कि कपिल पाटिल भिवंडी लोकसभा में शिव सेना को कमजोर करने की कोशिश करते रहते है. और हमने उन्हें दो बार इस भिवंडी लोकसभा से जिताकर लोकसभा में भेजा है ऐसे में अब इस लोकसभा से हमने मुख्यमंत्री से मांग की है कि इस सीट से हमे शिव सेना का उम्मीदवार देना चाहिए.
वही कपिल पाटिल ने इस बारे में पत्रकारों को जवाब देते हुए कहा कि अगर कोई शिव सेना से इच्छुक है तो वह अपना प्रयत्न करके टिकट ले ले लेकिन मेरा कहना है की इस सीट से मेरी उम्मीदवारी महायुति में सभी पार्टी के सहमति से हुई है. अगर शिव सेना के नेताओं में अगर कोई नाराजगी है तो वह मुझे या फिर उनके वरिष्ठ नेताओं को बताए उसका हल निकाला जाएगा.
इसके पहले शुक्रवार को कल्याण लोकसभा में भी शिव सेना और भाजपा के लोगों में विवाद देखने को मिला. यहां से भाजपा के कार्यकर्ताओं ने एक कार्यक्रम में हंगामा करते हुए कल्याण लोकसभा से शिव सेना के सांसद श्रीकांत शिंदे के जगह पर भाजपा का उम्मीदवार बनाए जाने की मांग की.
जिसके जवाब में शिव सेना के कल्याण जिला अध्यक्ष गोपाल लांडगे ने हंगामा करनेवाले समर्थकों पर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से कार्यवाही की मांग की.