घाटकोपर इलाके में होर्डिंग हादसे में 14 लोगों की मौत और 70 से ज्यादा लोगों के घायल होने के बाद कल्याण में भी विशालकाय होर्डिंग और उनकी सुरक्षा का मुद्दा सामने आया है। इसी मुद्दे को उठाते हुए सत्तारूढ़ पार्टी शिवसेना के विधायक विश्वनाथ भोईर ने चेतावनी दी है कि अगर कल्याण में ऐसी कोई दुर्घटना होती है तो हम संबंधित विभाग के अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराएंगे। भोईर ने केडीएमसी आयुक्त से कल्याण पश्चिम में लगे सभी होर्डिंग का संरचनात्मक ऑडिट कराने की मांग की है।
भोईर ने कहा कि घाटकोपर में हुआ हादसा बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और यह प्राकृतिक आपदा नहीं बल्कि मानव निर्मित आपदा है। इस पृष्ठभूमि में कल्याण डोंबिवली महानगर पालिका को उस वास्तविक स्थान पर जाकर निरीक्षण करना चाहिए जहां बड़े होर्डिंग लगाए गए हैं।
विधायक विश्वनाथ भोईर ने यह भी सुझाव दिया है कि मनपा प्रशासन को यह जांच करनी चाहिए कि ये विशालकाय होर्डिंग अधिकृत हैं या अनधिकृत हैं और अनधिकृत होर्डिंग लगाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए।
कल्याण में लगाए गए इन विशालकाय होर्डिंग को किस आधार पर और किस नियम के तहत अनुमति दी गई, इसकी जांच होनी चाहिए। साथ ही विधायक विश्वनाथ भोईर ने स्पष्ट किया है कि मनपा आयुक्त को यहां लगे होर्डिंग का स्ट्रक्चरल ऑडिट कर यह जांच करनी चाहिए कि वे अधिकृत हैं या अनधिकृत और इसमें कोई गलती नहीं होनी चाहिए।
वही दूसरी तरफ इसी मामले में कल्याण ग्रामीण से महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के विधायक प्रमोद (राजू) पाटिल ने इसी मुद्दे को उठाते हुए कहा कि वे पिछले 3 वर्षों से कल्याण-डोंबिवली में लगाए गए होर्डिंग का स्ट्रक्चरल ऑडिट करने की मांग कर रहे हैं और इस बारे में उन्होंने केडीएमसी को पत्र भी लिखा था, लेकिन प्रशासन ने अभी तक स्ट्रक्चरल ऑडिट नहीं किया है।
पाटिल ने मांग की है कि कहा अब इस दुर्घटना के बाद वे फिर से मांग कर रहे हैं कि जल्द ही स्ट्रक्चरल ऑडिट किया जाए ताकि घाटकोपर जैसी दुर्घटना कहीं और न हो.