उल्हासनगर में एक बार फिर सांसद श्रीकांत शिंदे को समर्थन देने को लेकर साथ आए भाजपा और टीम ओमी कालानी के नेताओं में आपस में बहस देखने को मिला.
श्रीकांत शिंदे के चुनाव प्रचार के दौरान रथ पर खड़े टीम ओमी कालानी पार्टी के प्रवक्ता कमलेश निकम ने जब श्रीकांत शिंदे के समर्थन में भाषण देते समय जब श्रीकांत शिंदे को वोट मतलब एकनाथ शिंदे जी के हाथ को मजबूती की बात कही वही इसपर भाजपा के जिला अध्यक्ष प्रदीप रामचंदानी ने निकम के भाषण पर ऑब्जेक्शन लेते हुए कहा कि श्रीकांत शिंदे को वोट मतलब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के हाथ को मजबूती.
बताया जा रहा है चूंकि निकम प्रधानमंत्री मोदी का नाम नहीं ले रहे थे इसपर दोनो में बहस हो गई जिसे देखते हुऐ श्रीकांत शिंदे ने दोनो नेताओं को रोकते हुए अलग कर दिया.
वही बहस को देखते ही दोनो पक्ष के अन्य नेताओं ने भी रथ पर पहुंचकर दोनो में हो रहे विवाद को रोका.
आपको बता दे लोकसभा चुनाव में उल्हासनगर में भाजपा की घोर विरोधी टीम ओमी कालानी ने सांसद श्रीकांत शिंदे को इस सीट से अपना समर्थन जाहिर किया है.
इसके पहले जब श्रीकांत शिंदे को समर्थन देने के लिए एक कार्यक्रम में TOK के लोग महायुति के कार्यक्रम में शामिल हुए थे उसका भाजपा के नेताओं ने विरोध किया था और शिव सेना को कहा था कि आगे से महायुति के कार्यक्रम में TOK के लोगों को ना बुलाया जाएं.
वही बुधवार को जब उल्हासनगर में रैली का आयोजन किया गया तो TOK के नेता रैली में शामिल होकर श्रीकांत शिंदे के समर्थन में रथ चढ़कर भाषणबाजी करने लगे जिसमे निकम के भाषण से नाराज रामचंदानी ने उसपर आक्षेप लिया.
वही चुनाव की इस रैली के दौरान रथ पर श्रीकांत शिंदे के अलावा भाजपा विधायक कुमार अयलानी, पूर्व उप महापौर जीवन इदनानी भी मौजूद थे.
श्रीकांत शिन्दे के समर्थन में साथ दिखे विरोधी कालानी और एलानी