इस बार अंबरनाथ नगर परिषद के विरोधी पक्ष नेता रहे और अंबरनाथ शहर के कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप पाटिल ने कांग्रेस छोड़कर छह पूर्व नगरसेवकों के साथ मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में शिवसेना (शिंदे) गुट का दामन थाम लिया।
इसके पहले दिल्ली में आज कांग्रेस के अध्यक्ष अरविंदर लवली ने भी पार्टी के पद से इस्तीफा दे दिया.
अंबरनाथ में शिव सेना ज्वाइन करने के दौरान प्रदीप पाटिल ने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के पुत्र और कल्याण लोकसभा सांसद श्रीकांत शिंदे की कार्यशैली से प्रभावित होकर वे शिवसेना में शामिल हो रहे हैं।
प्रदीप पाटिल वर्ष 1995 से अंबरनाथ नगर पालिका के नगरसेवक हैं और पूर्व में नगरपरिषद में विरोधी पक्ष नेता भी रह चुके हैं। प्रदीप पाटिल पिछले कई वर्षों से अंबरनाथ शहर में कांग्रेस का अकेले नेतृत्व कर रहे थे। पाटिल के साथ पूर्व नगरसेविका अर्चना रसाल, चरण रसाल, पूर्व नगरसेवक सुरेन्द्र यादव, बबन तांबे, मनोज देवड़े, बिस्मिल्ला शेख, कांग्रेस की महिला नगर अध्यक्ष स्मिता बंगेरा और कई समर्थक शिवसेना में शामिल हुए।
इस अवसर पर पाटिल ने कहा कि वे भविष्य में पूरी ताकत से शिवसेना के लिए काम करेंगे।
इससे पहले भी विभिन्न दलों के कई नेता शिवसेना में शामिल हुए हैं और उनमें से अधिकांश उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना से हैं।
पाटिल के पार्टी छोड़ने से महाविकास आघाड़ी के उम्मीदवार वैशाली दारेककर पर असर पड़ेगा जो सीएम के बेटे डॉ. श्रीकांत शिंदे के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं।