पान के पत्ते में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो शरीर से टॉक्सिन को बाहर निकालते हैं.
पान के पत्ते में गैस्ट्रो प्रोटेक्टिव गुण होते हैं, जो मुंह के छालों से राहत दिलाते हैं.
पान के पत्ते में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, शरीर की कोशिकाओं को हानिकारक मुक्त कणों से बचाते हैं.
पान के पत्ते को चबाने से पाचन दुरुस्त रहता है और गैस, एसिडिटी, और अपच जैसी समस्याओं से राहत मिलती है.
पान के पत्ते में एंटी-डायबिटिक, कार्डियोवस्कुलर, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-अल्सर, और एंटी-इनफ़ेक्टिव गुण होते हैं.
पान के पत्ते की तासीर ठंडी होती है और इसमें दर्द से राहत दिलाने के गुण भी होते हैं.
पान के पत्ते से वज़न कम करने में भी मदद मिलती है.
पान के पत्ते को चबाते समय किसी भी तरह का मसाला या तंबाकू नहीं डालना चाहिए.
पान में चूना लगाकर खाने से क्या होता है?
चूना वाला पान खाने से कैल्शियम की कमी दूर होती है, यह सिर्फ एक गलतफहमी है। हमारा शरीर चूने को जल्दी अवशोषित नहीं कर पाता, जिसके कारण इसे पचाने में परेशानी होती है। जहाँ तक बात पान की है तो पान के पत्ते में कैल्शियम और आयरन मौजूद होते हैं। ऐसे में उसमें चूना मिलाकर खाने की जरूरत नहीं होती है।
सुबह खाली पेट पान का पत्ता खाने से क्या होता है?
कैसे करें पान के पत्तों का इस्तेमाल
डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए सुबह खाली पेट पान के पत्ते चबाने की सलाह दी जाती है। अगर आप तनाव में हैं तो सादा या मीठा पान खा सकते हैं. इसके फेनोलिक यौगिक आपके मूड को बढ़ावा देने में मदद करेंगे।
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