ट्रैफिक कांस्टेबल मछिंद्र चव्हाण और ट्रैफिक वार्डन संजय जयसवाल ने मिलकर अपनी जान जोखिम में डालकर कल्याण में उल्हास नदी में फूल फेंकने जा रही 72 वर्षीय महिला की डूबते समय जान बचाई। घटना रविवार सुबह 11.30 बजे कल्याण के गांधारी पुल के नीचे से गुजरने वाली उल्हास नदी में हुई, जहां ठाणे जिले के शाहपुर तालुका में भारी बारिश के कारण शाहपुर से जुड़ी सभी नदियां उफान पर हैं, उनमें से एक उल्हास नदी भी है जो कल्याण से होकर गुजरती है।
जानकारी के अनुसार गांधारी इलाके में रहने वाली 72 वर्षीय सुनंदा बोरसे रविवार सुबह पूजा के फूल उल्हास नदी में फेंकने गई थीं।
फूल फेंकते समय वह नदी में गिर गईं और अचानक गायब हो गईं। जब स्थानीय लोगों ने देखा कि नदी के पास खड़ी महिला गायब है तो उन्होंने पुल के ऊपर तैनात ट्रैफिक पुलिस कांस्टेबल चव्हाण और वार्डन जयसवाल को इस घटना की जानकारी दी. जब दोनो वहा पहुंचे और पानी में उतरे तो देखा कि महिला की साड़ी तैर रही थी।
चव्हाण ने बताया, “नदी के किनारे पहुंचने के बाद हमने देखा कि महिला की साड़ी नदी में लगभग 15 फीट की दूरी पर तैर रही थी, जिसके दौरान हम जोखिम उठाते हुए पानी में उतरे और महिला की साड़ी पकड़कर उसे बाहर निकाला।”
चव्हाण ने कहा, “हम दोनों ने बाद में महिला को पास के निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां लगभग 30 मिनट के बाद उसे होश आया।”
घटना के गवाह स्थानीय लोगों ने कहा कि चव्हाण और जायसवाल दोनों ने बहुत बहादुरी का काम किया है, क्योंकि अगर वे पानी में नहीं गए होते तो महिला आज जीवित नहीं होती, क्योंकि बारिश के कारण पानी का बहाव बहुत तेज था।