अगर किसी को दूर बैठे व्यक्ति से बात करनी हो तो फोन उनके काम आता है। लेकिन अब मोबाइल फोन का इस्तेमाल सिर्फ कॉलिंग और मैसेजिंग के लिए ही नहीं किया जाता।
दरअसल, मोबाइल फोन का इस्तेमाल अब कई अन्य कार्यों के लिए भी किया जाता है।
चाहे शॉपिंग हो या कुछ और, सब कुछ मोबाइल फोन के जरिए किया जा सकता है।
मोबाइल फोन महंगे के साथ-साथ किफायती विकल्प में भी आते हैं। अक्सर लोगों को महंगे मोबाइल फोन खरीदने की चाहत होती है, लेकिन ऊंची कीमत के कारण वे इसे खरीद नहीं पाते हैं।
इसलिए लोग सेकंड-हैंड फोन भी खरीदते हैं। सेकेंड-हैंड फोन खरीदने को लेकर लोगों की अलग-अलग राय है। कुछ का मानना है कि सेकेंड-हैंड फोन खरीदना सही नहीं है तो वहीं कुछ का मानना है कि इससे कोई दिक्कत नहीं है।
सबसे पहले आपको मोबाइल फोन का ओरिजिनल बिल चेक करना चाहिए। क्योंकि अगर बिल असली है तो बाद में मोबाइल फोन में कोई दिक्कत होने पर आपको उसे ठीक कराने में परेशानी नहीं होगी। यदि विक्रेता बिल नहीं दिखाता है, तो इसका मतलब यह भी हो सकता है कि मोबाइल फोन चोरी हो गया है। इसलिए यह बिल जरूरी है.