मां की शिकायत पर अवैध तरीके से धर्म परिवर्तन करनेवाली बेटी समेत मस्जिद का ट्रस्टी गिरफ्तार, 8 आरोपी अब भी फरार
धर्म परिवर्तन करने के लिए आरोपियों ने लड़की को इस्लामिक धर्मगुरु जाकिर नाइक का वीडियो देखने के लिए कहा, लड़की ने खुदकी मां को भी धर्म परिवर्तन के लिए बनाया दबाव
उल्हासनगर में गलत तरीके से धर्म परिवर्तन के एक मामले में विट्ठलवाड़ी पुलिस ने उल्हासनगर की एक महिला की शिकायत पर शिकायतकर्ता की बेटी समेत 10 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इस मामले में पुलिस ने शिकायतकर्ता की बेटी दृष्टि चौधरी (23) और मस्जिद के ट्रस्टी सलीम चौधरी (58) को गिरफ्तार किया है।
सभी आरोपियों पर आईपीसी की धारा 153 ए (धर्म के आधार पर दो समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), 295 ए (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना), 295 (किसी भी पूजा स्थल को नुकसान पहुंचाना), 298 (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का जानबूझकर इरादा) और 324 (हमला) समेत कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
महिला का आरोप है कि धर्म परिवर्तन के लिए तैयार किए गए दस्तावेजों में शिकायतकर्ता और उसके पति की सहमति के झूठे दस्तावेज भी दिखाए गए। इतना ही नहीं धर्म परिवर्तन के बाद आरोपी बेटी और अन्य आरोपियों ने शिकायतकर्ता महिला पर भी धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाया और उसके साथ मारपीट भी की।
शिकायतकर्ता महिला कल्पना चौधरी (48 वर्ष) जो डॉक्टर के घर नौकरानी का काम करती है, वह उल्हासनगर के कुर्ला कैंप की निवासी है।
पुलिस में दर्ज शिकायत में कल्पना ने कहा कि उसकी बेटी दृष्टि (23 वर्ष) पढ़ाई में होशियार है और वह इंजीनियर बनना चाहती थी, लेकिन वर्ष 2000 में जब कोरोना महामारी आई तो वह जेईई की परीक्षा नहीं दे सकी।इस दौरान उसके पास रहने वाली और इस मामले में आरोपी अफीदा शेख ने दृष्टि को अपने बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने के लिए कहा, जिसके बाद उसकी बेटी अफीदा के घर जाने लगी।
कल्पना ने बताया कि इसके बाद अफीदा और अन्य आरोपियों ने मिलकर उसकी बेटी का ब्रेनवॉश किया और उसे हिंदू रीति-रिवाजों में खामियां बताकर इस्लाम की ओर आकर्षित किया, इसके लिए उन्होंने उसे इस्लामिक धर्मगुरु जाकिर नाइक का वीडियो देखने के लिए भी कहा। कल्पना का कहना है कि जब उसे इस बात की जानकारी हुई तो उसने दृष्टि को अफीदा के घर जाने से रोका और इस्लामिक धर्मगुरु का भाषण सुनने से भी रोका, लेकिन तब तक उसकी बेटी का ब्रेनवॉश पूरी तरह से हो चुका था और अफीदा और अन्य आरोपियों की वजह से उसने अवैध रूप से इस्लामिक धर्म भी अपना लिया, जिसमें उन्होंने उसकी मदद की।
कल्पना ने शिकायत में बताया कि जब वह यह पता लगाने गई कि दृष्टि ने इस्लाम कैसे अपनाया, तो उसने पाया कि अंबरनाथ की जिस मस्जिद में उसने धर्म परिवर्तन के दस्तावेज तैयार किए थे, वहां दिखाया गया था कि दृष्टि ने अपने माता-पिता के सामने इस्लाम कबूल किया है। कल्पना ने यह भी बताया कि जब उसने इसका विरोध किया तो आरोपी सलीम चौधरी ट्रस्टी ने उसे 50 हजार रुपए देने की पेशकश की और कहा कि वह यह रुपए ले ले और अपनी बेटी के मामले में चुप रहे, जिसे उसने लेने से मना कर दिया।
इस पर चौधरी ने कहा कि वह मामले को तूल न दे वरना उसकी बेटी को भी श्रद्धा वॉकर की तरह काटकर फेंक दिया जाएगा। कल्पना ने बताया कि उसकी बेटी आरोपी के चंगुल में इस तरह फंस गई कि वह उस पर धर्म परिवर्तन का दबाव भी बना रहा था, जिसके लिए उसने एक बार एक अन्य आरोपी अपिता खातून और एक अन्य महिला के साथ मिलकर चाकू गर्म करके उसके शरीर पर चटके दिए. जिसकी शिकायत महिला ने उस समय थाने में दर्ज कराई थी।
कल्पना ने बताया कि हाल ही में उसकी चिंता तब और बढ़ गई जब उसने पाया कि उसकी बेटी जो कहीं और रहने चली गई है, न तो उसका फोन उठा रही है और न ही यह पता चल रहा है कि वह कहां रह रही है।
कल्पना को चिंता थी कि आरोपी उसकी बेटी को धार्मिक कट्टरपंथी बनाकर उससे देश विरोधी गतिविधियां या कोई और गलत काम करवा सकता है।
इसलिए महिला ने हाल ही में स्थानीय विट्ठलवाड़ी पुलिस से संपर्क किया, जिसने आखिरकार एफआईआर दर्ज की, जिसके बाद पुलिस ने गुरुवार देर रात दृष्टि और मस्जिद के ट्रस्टी सलीम चौधरी को गिरफ्तार कर लिया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस मामले में अब तक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और बाकी आरोपियों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों को शुक्रवार को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें तीन दिन के पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।