कहते है जिसमे दुनिया में कुछ अलग करने की चाहत होती है वह वह बचपन से ही खास होता है. वह अपनी जिंदगी में ऐसा कुछ करता है जो उसे दूसरों से अलग बना देता है. आज हम आपको ऐसे ही एक शख्स के बारे में बता रहे है जिसने महज 11 वर्ष की उम्र से ही समाज सेवा शुरू कर दी और आज वह अपने समाज सेवा के चलते देशभर में लाखों लोगों के दिलो पर राज करते है. पुरे देश में वह अपने फॉलोवर्स के बीच कहीं पर भी पहुंच जाए तो लोग उनका बेंड और फूल माला लेकर स्वागत करते दीखते है. कई लोग उनसे सीखकर अब उनके राह पर चलने की भी कोशिश कर रहे है.
हम बात कर रहे है सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर Sagar Utwal सागर उटवाल की. 31 वर्षीय सागर उटवाल महाराष्ट्र के उल्हासनगर के रहने वाले है और वह अपने ट्रेवल के दौरान रास्ते में मिलने वाले गरीब और कई आदिवासी इलाकों में खुद जाकर लोगों की मदद के लिए जाने जाते है. सागर के मुताबिक़ उन्होंने बचपन में गरीबी देखि है वह उसका दर्द जानते है इसलिए उन्होंने बचपन से ही गरीबों की मदत करना अपना प्रोफेशन बना लिया है.
फिल्म एक्टर साहिल खान ने छोटे शहर से देश भर में सोशल मीडिया के जरिये कराया फेमस
Sagar Utwal के मुताबिक पहले वह जो भी काम करते थे उसमे से पैसा बचाकर वह शहर में गरीबों की मदद करते थे तब तक उन्हें शहर के बाहर ज्यादा कोई नहीं जानता था लेकिन एक बार फिल्म एक्टर Sahil Khan साहिल खान जो सागर के आज सबसे करीबी दोस्त है उन्होंने 2019 में सागर के गरीबों के मदद के बारे में सुनकर उन्हें अपने काम को लोगों तक सोशल मीडिया के जरिये पहुंचाने की सिख दी यह कहते हुए की इससे लोग सागर को देशभर में जानेगे भी और उन्हें और भी ज्यादा गरीब लोगों को मदत करने में आर्थिक मदद भी मिलेगी. सागर के मुताबिक चूँकि उन्हें ज्यादा मोबाइल का ज्ञान नहीं था तो साहिल खान ने ही उन्हें इंस्टाग्राम पर एक अकाउंट चालू करके दिया जिस पर सागर फिर प्रतिदिन अपने मदत करने का वीडियो डालने लगे और आज देखते देखते महज 4 साल में उनके इंस्टाग्राम पर लगभग 6 लाख 70 हजार फॉलोवर है और आज उनके हर एक- एक पोस्ट को लाखों लोग देखते है और उनका एक पोस्ट तो इतना हिट हुआ की उन्हें 35 million लोगों ने देखा।
सागर का काम उन्हें फॉलोवर के बीच उन्हें बनाता है खास
सागर ने kaamkijankari.com से खास बातचीत में बताया की देश में वैसे तो कई सोशल मीडिया सेलेब्रिटी या यूँ कहे इनफ्लुएंसर है जो सोशल मीडिया में वीडियो बनाकर लाखों रुपये कमाते है लेकिन उन्हें उनके फॉलोवर शायद ही उतना सम्मान देते होंगे जितना सागर को मिलता है. सागर जिन्हे घूमने का शौक भी है वह अपने ट्रेवल के दौरान जब भी अपने रूट की जानकारी सोशल मीडिया पर जानकारी शेयर करते है तब उनके फॉलोवर्स बीच रास्ते में उनसे मिलने के लिए सोशल मीडिया पर आग्रह करते है. सागर जो अपने फॉलोवर से कनेक्टेड रहते है वह कोशिश करते है उन फॉलोवर से जरूर मिले। सागर के मुताबिक कई बार तो उन्होंने पाया की सैकड़ों की संख्या में लोग उन्हें मिलने के लिए खड़े फूल माला और बेंड भी लेकर आ जाते है. और उन्हें कई बार बिना भोजन कराये नहीं जाने देते।
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कोरोना में अपने शहर में बन गए थे गरीबों के मसीहा
आपको बता दे कोरोना जैसी महामारी में जब सारे लोग डरकर घर में बैठ गए थे तब सागर उटवाल अपने टीम के साथ उल्हासनगर में गरीबों को मुफ्त में दोनों टाइम खाना बाट रहे थे. सागर की माने तो वह सब वह अपने फॉलोवर्स की मदद से करते थे क्यूंकि जब उन्होंने गरीबों को मुफ्त खाना बाटने के प्रयास के बारे में सोशल मीडिया पर अपने फॉलोवर्स से अपील की तो उन्हें उनके कई फॉलोवर ने आर्थिक मदद की. जिससे उन्होंने शहर में गरीबों के लिए फ्री कम्युनिटी किचन के तर्ज पर फ्री में खाना बाटा। वह अपनी टीम के साथ खुद खाना बनाते थे और एक टेम्पो में भरकर शहर में घूम घूम कर गरीबों को दोनों टाइम बाटते थे. उनके कार्यों को देखकर कई फेमस लोग जिनमे गायक बी प्राक (B Praak ) तथा शहर के कई प्रतिष्ठित लोग जिसमे कल्याण के सांसद डॉ श्रीकांत शिंदे जिनके पिता एकनाथ शिंदे वर्तमान में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री है उन्होंने भी उनको सम्मानित किया|
11 साल की उम्र में पहली बार गरीब को मदत की
सागर की माने तो वह गरीब परिवार में पैदा हुए लेकिन फिर भी बचपन में उन्हें स्कूल के लिए कुछ पॉकेट मनी मिल जाया करता था. जब वह 11 साल के थे स्कूल छूटने के बाद एक दूकान पर वडा पाँव खरीदने के लिए खड़े थे उस दौरान उन्होंने देखा फुटपाथ पर बैठा एक बच्चा उनकी तरफ बड़ी आशा से देख रहा था तब सागर से रहा नहीं गया और उन्होंने उस बच्चे को अपना ख़रीदा हुआ वडा पाँव दिया. सागर की माने तो उस बच्चे की मदत करने पर उस बच्चे के चेहरे पर जो ख़ुशी का भाव उन्होंने देखा उससे वह इतने प्रभावित हुए की उन्होंने गरीब बच्चों को मदत करना अपना पैशन बना लिया। और तब से उनकी लोगों की मदत करने की जर्नी की शुरुआत हो गई.
दोस्तों की एक टीम बनाकर काम करते है सागर
सागर उटवाल कहते है वह जो भी काम करते है वह एक टीम बनाकर करते है और इसमें उनके बचपन के कई दोस्त भी शामिल है जिसमे उनका खुद का एक छोटा भाई राज उटवाल भी शामिल है. जब भी वह यात्रा पर निकलते है साथ ही जाते है उन्हें भी सागर के काम में हाथ बटाकर अच्छा लगता है. सागर उटवाल ने जब कोरोना में गरीबों के लिए मुफ्त खाना शुरू किया उस वक्त उनके सभी टीम के सदस्य उनके साथ मिलकर सब्जी, दाल पुलाव जैसे व्यंजन तैयार करते थे और लोगों को बांटने जाते थे.
बेसहारा लोगों के लिए आश्रम और परमानेंट कम्युनिटी किचन शुरू करना लक्ष्य
सागर की माने तो देश में वह जहाँ जाते है कई जगह पर बच्चो को बेसहारा रोड पर घूमते हुए देखते है जिनका कोई नहीं होता. ऐसे लोगों के लिए अब उनका एक ही लक्ष्य है की वह कहीं एक जमीन लेकर गरीब बेसहारा लोगों के लिए एक आश्रम बनाये जहा वह उन्हें वह कोई हाथ में काम भी दे सके. जिससे वह बेहतर लाइफ जी सके. इसके अलावा गरीबों के लिए वह कम्युनिटी किचन भी बनाना चाहते है.
सुचना : प्रिय पाठक अगर आप भी देश में किसी ऐसे शख्स के बारे में जानते है जो अपने कार्यों से समाज में अपनी अलग छाप रखते है तो आप हमें ईमेल के जरिये उनका मोबाइल नंबर या फिर पता बता सकते है. जिससे हमारी टीम उनके नेक कार्यों को देश और दुनिया तक पहुंचा सके. संपर्क करने के लिए इस ईमेल आईडी पर संपर्क करे- admin@kamkijankari.com