नाग पंचमी क्यों मनाई जाती है इसका क्या कारण है?
नागों की रक्षा के लिए इस यज्ञ को ऋषि जरत्कारु के पुत्र आस्तिक मुनि ने रोका था। ब्रह्मा जी ने पंचमी तिथि को नागों को यह वरदान दिया था इसी तिथि पर आस्तीक मुनि ने नागों का परिरक्षण किया था और इनके जलते हुए शरीर पर दूध की धार डालकर इनको शीतलता प्रदान की थी।
नाग पंचमी का पर्व विशेष रूप से पुराणों और धार्मिक ग्रंथों में वर्णित है। इसे लेकर मान्यता है कि नागों की पूजा से विषैले सर्पों से बचाव होता है और जीवन में उन्नति और समृद्धि आती है। भविष्य पुराण के अनुसार पंचमी तिथि नागों को अत्यंत प्रिय है और उन्हें आनंद देने वाली है।
नाग पंचमी का इतिहास क्या है?
पौराणिक कथा के अनुसार, महाभारत में राजा जनमेय ने अपने पिता का बदला लेने के लिए एक यज्ञ का आरंभ किया था. ये यज्ञ सांपों के अस्तित्व को मिटाने के लिए किया गया था. इस दौरान ऋषि आस्तिक ने इस यज्ञ को रोका और सांपों को बचाया. यह दिन सावन की शुक्ल पक्ष की पंचमी का दिन था और तब से ही नाग पंचमी के रूप में इसे मनाया जाने
नाग पंचमी मनाने के पीछे क्या कारण है?
नाग पंचमी की कथा
एक कथा के अनुसार नागों को सागर मंथन के समय जनमेजय के यज्ञ के दौरान सभी नाग जलकर नष्ट हो जाएंगे। कालांतर में जब अर्जुन के पौत्र राजा परीक्षित के पुत्र जनमेजय को पता चला कि उनके पिता की मृत्यु का कारण सर्पदंश था तो उन्होंने नागों से बदला लेने की सोची और सर्पसत्र नाम के यज्ञ का आयोजन किया।
नागपंचमी को गुड़िया क्यों पीटी जाती?
गुड़िया पीटने की परंपरा
लोगों ने कहा कि नाग देवता का रूप होते हैं, ऐसे में लड़की को दंड मिलता चाहिए। इसलिए लड़की की जगह गुड़िया को पीटा गया। तभी से यह परंपरा शुरू हो गई।
नागपंचमी के दिन सांप देखने से क्या होता है?
स्वप्न शास्त्र के अनुसार सपने में नाग दिखाई देना साधारण बात नहीं है. ये कई मायनों में शुभ होता है. स्वप्न शास्त्र के अनुसार, यदि नाग पंचमी के दिन सपने में आपको कुंडली मारकर बैठा नाग दिख जाए तो समझ लें आपकी किस्मत खुलने वाली है.
भारत में सांप की पूजा क्यों की जाती है?
साँपों से हम प्रार्थना करते हैं
भारत में सांपों को दैवीय शक्ति के रूप में पूजा जाता है। असल जिंदगी में सांप भले ही डरावने जीव हों, लेकिन वे प्रजनन क्षमता, शक्ति और सुरक्षा के प्रतीक भी हैं। हिंदू धर्म में सांप को मारना पाप माना जाता है और ऐसा करने वाले लोग दुर्भाग्य का शिकार होते हैं।
गपंचमी के दिन क्या नहीं खाना चाहिए?
इस दिन नागों को दूध पिलाने की भी प्रथा है. लेकिन इस दिन घर में रोटी बनाने की मनाही होती है. दरअसल राहु ग्रह की शांति के लिए ही नागों की पूजा की जाती है. उस दिन विशेषकर लोहे का उपयोग नहीं करना चाहिए.