भारत में कई ऐसे रेलवे स्टेशन है जिनके नाम बहुत ही अलग है और इनके पीछे कुछ ना कुछ कहानी है तो आज बात करेंगे ऐसे ही एक रेलवे स्टेशन के बारे में जिसका नाम है मस्जिद रेलवे स्टेशन। जो की मुंबई में स्थित है। आखिर इस रेलवे स्टेशन का नाम मस्जिद क्यों पड़ा, क्या है इसके पीछे की असल कहानी आज हम इसके बारे में जानते है।
आपको बता दे मस्जिद रेलवे स्टेशन साउथ मुंबई में स्थित रेलवे स्टेशन है जो फेमस सीएसटी रेलवे स्टेशन के बाद का रेलवे स्टेशन है। यह रेलवे स्टेशन 1877 में खोला गया था. स्टेशन के इस नाम के पीछे की वजह यह बताई जाती है कि स्टेशन से जुड़ी पुरानी आमिर मस्जिद और मुस्लिम इलाके में होने की वजह से इसका नाम मस्जिद रेलवे स्टेशन रखा गया था. इस रेलवे स्टेशन के पास ही एक मस्जिद बंदर पुल भी है. मुंबई में बंदर का इस्तेमाल बंदरगाह के लिए किया जाता है और ये मांडवी सेक्शन का स्टेशन है.
क्या है मस्जिद रेलवे स्टेशन के पीछे की कहानी ?
वैसे तो इस रेलवे स्टेशन के इतिहास के बारे में ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है. लेकिन द गजेटियर ऑफ बॉम्बे सिटी एंड आइलैंड (1909) के अनुसार “ग्रेट इंडियन पेनिनसुला रेलवे का मस्जिद स्टेशन, जो पड़ोस में एक अमीर मस्जिद से नाम कमाता है, खंड के मध्य में स्थित है; और पास में ही मस्जिद बंदर पुल है”. इस स्टेशन पर चार प्लेटफार्म हैं (दो हार्बर लाइन के लिए और दो मेन लाइन के लिए)।
मस्जिद स्टेशन पर रहती है काफी भीड़
इस रेलवे स्टेशन के आस पास मुंबई के ज्यादातर सभी थोक बाज़ार है जिनमे क्रॉफोर्ड मार्केट बाकी होलसेल मार्केट है जिसके कारण इस स्टेशन पर काफी भीड़ रहती है।मुंबई स्थित प्राचीन फेमस मुंबा देवी मंदिर भी इसी स्टेशन से उतरकर जाना होता है जो की मुंबई की पहचान है यह मंदिर स्टेशन से महज कुछ दूरी पर स्थित है।